सुनो,
अगर
तुम इस मौसम में थोड़ा इश्क
छिड़क देते
तो
बारिश में धुले रंग कुछ और
निखर जाते...
अगर
इस कुनकुनी सी ठंड में जो दोनों
एक लिहाफ ओढ़ लेते
तो
शीशे पर जमी भाप पर एक दिल बना
पाते...
सुनो
ना,
अगर
तुम केसर की छोटी डिब्बी में
प्यार भरकर दे देते
तो
जिंदगी के कई साल उसकी खुशबू
से महक जाते...
अगर
तुम उस दिन कुछ और वक्त तक मेरी
आंखों में देख पाते
तो
शायद मेरी तरह तुम भी मोहब्बत
की गिरफ्त में आ जाते
अगर
तुम ये सारी बातें सुन पाते
जो
जानते कि हर उस पल जब तुम पास
होकर भी दूर थे
मैं
तुम्हारे करीब आने का इंतजार
कर रही थी
उस
वक्त अगर तुम वॉट्स एप की जगह
मेरी बातें सुन लेते
तो
शायद वो सुन पाते जो मैंने
नहीं कहा था....
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