मोहब्बत ज़िन्दगी है या सिर्फ एक सजा है
ये वो दौर है जिसमे चोट खाने में भी मज़ा है
सच्चों के लिए ये दो दिलों का मेल है
झूठों के लिए ये महज़ एक खेल है
रंग रूप बदला हो भले ही इसका
मगर आज भी पैमाना वही है
जो आग के दरिया से ना गुज़रे
वो मोहब्बत नहीं है...
ये वो दौर है जिसमे चोट खाने में भी मज़ा है
सच्चों के लिए ये दो दिलों का मेल है
झूठों के लिए ये महज़ एक खेल है
रंग रूप बदला हो भले ही इसका
मगर आज भी पैमाना वही है
जो आग के दरिया से ना गुज़रे
वो मोहब्बत नहीं है...
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